ये नेता है, रंग बदलेंगे
कुछ चुनावों से पहले
कुछ चुनावों से पहले
कुछ चुनावों के बाद.
कभी चुनावी साथी
कभी संग बदलेंगे
ये नेता है, रंग बदलेंगे
कुछ मौन रह कर
तो कुछ बकबका कर,
कुछ बस नौटंकियों से
देश का ढंग बदलेंगे
जाति-धर्म में बांटेंगे
इतिहास नए सुनाएंगे,
लुभावने से वादे देकर
जनता को बस ठग लेंगे
ये नेता है, रंग बदलेंगे
कोशिश इस बार करें
सोचें-जानें-समझें फिर चुनें
वर्ना फिर इनका क्या है
नस्ल गिरगिटिया, रंग बदलेंगे
ये नेता है, रंग बदलेंगे