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Autumn in Ladakh - Image Courtesy: Harshal Jariwala |
उदास
रहते हैं अक्सर
ये होता है हरदम
कभी आप किसीसे
तो कभी कोई आपसे
रूठना, मनाना
चिढना, कभी चिल्लाना
बेवजह का गुस्सा
खुद ही में झुँझलाना
यही उदासी फिर निराशा बन जाती है
ये होता है हरदम
कि जहाँ प्यार गहरा हो
सम्बन्ध हो भावुक,
मेल-जोल गहरा हो
आशाएं और अपेक्षाएं
इस पुरे फसाद की जड़ है
पर इनका नियंत्रण मुश्किल है
शायद, ये मनुष्य की प्रकृति है
क्षणिक ही सही
पर ये भी जीवन का एक रंग है
इसकी परछाई सी होती है ख़ुशी
बस होता उमंग है...
7 comments:
Simple & Best... :)
यही तो जीवन है।
exactly my sentiments. superb.
बहुत उम्दा सराहनीय रचना,,
होली की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाए,,,
Recent post : होली में.
जीवन के अनेकों रंगों में ये भी एह रंग है .... इसे सहजता से लेना चाहिए तो जल्दी ही उबरा जा सकता है ...
बहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भावों को बहुत गहराई से लिखा है
...बहुत बहुत आभार और होली की ढेर सारी शुभकामनाएँ !!!
बहुत सुंदर
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