अब तो सपने भी रोने लगें हैं;
कल उठा तो तकिया-बिछोना भीना था
ज़िन्दगी तू इस कदर नाराज़ होगी मुझसे;
ऐसा कभी सोचा ना था.....
बस कल की सी बातें, बरसों का साथ
नोक-झोक, तकरार और उसमे छुपा प्यार
रह जायेगा बस उन लम्हों का एहसास
ऐसा कभी सोचा ना था.....
वो हिम्मत, वो जज्बा, वो हौसला
एक कोशिश ज़िन्दगी से लड़ने की,
होगा वक़्त का ऐसा प्रहार
ऐसा कभी सोचा ना था.....
एक कोशिश ज़िन्दगी से लड़ने की,
होगा वक़्त का ऐसा प्रहार
ऐसा कभी सोचा ना था.....
21 comments:
great ...life is full of surprises ...the unexpected happens and baffles us ... u can add more lines of thought to the poem about good and bad surprises of life
बहुत ही बढ़िया सर!
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कल 22/10/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
बहोत खूब मेरे यार............... and agree with Nidhi....... you should add some more lines..........
Very..very..very nice Prakash Jee..
I have no more words to express... Congrats..
अब तो सपने भी रोने लगे हैं....
बहुत सुन्दर
सादर...
सार्थक अभिवयक्ति.....
बेहतरीन अभिव्यक्ति ।
बस वो ही तो होता हैजो सोचा नही होता…………सुन्दर भावाव्यक्ति।
बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति..
प्रकाश भाई यही तो जिंदगी है हम जो चाहते है वो नहीं होता और जो नहीं चाहते है वही हो जाता है. सुंदर रचना के लिए बधाई के पात्र है. आभार.
uff.....!!
सुन्दर प्रस्तुति
परिवार सहित ..दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं
सुंदर भाव लिए पंक्तियाँ... दीपोत्सव की शुभकामनायें
प्रकाश जी ..!
प्रकाश पर्व पर आपको हार्दिक शुभकामनाएं !
-: शुभ दीपावली :-
Life is like this only... Good One Dear!!!
Happy Diwali ...
सुन्दर
bahut marmik andaz hai......dil ko choonewala......
Sunder
Very well written Prakash Bhai... Superb Words
जीवन हर पल संभावनाओं का नाम है!
यह कविता पढने के बाद मुझे यह लग रहा है की कविताओ में "प्रकाश" खुद अपना व्याप बढ़ा रहा है और यह कविता पढने के बाद में यह कहूँगा की उन्हों ने कविता को भी एक नए आयाम दिया है.....
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